Joy Ghoshal

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Lekhny Story -04-Oct-2024

गूंथा हुआ हूँ तेरे दिल से

जयपात्र के किनारे लगी तेरी होठों की खुशबू संभालके रखा हूँ मेरे घर के सुनहरे अलमारी में।  तेरी हाथ का मिठास अभी भी लगा हुआ है मेरे बालों के जड़ों में।  तू वो सागर है जिनके तट में बिछा हुआ है अमनपसंद आंचल। तेरी आँखों में डूबा हुआ हूँ आज भी गूंथा हुआ हूँ तेरे दिल से।

  • जॉय घोषाल

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1 Comments

RISHITA

17-Jan-2025 04:44 AM

v nice

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