Lekhny Story -04-Oct-2024
गूंथा हुआ हूँ तेरे दिल से
जयपात्र के किनारे लगी तेरी होठों की खुशबू संभालके रखा हूँ मेरे घर के सुनहरे अलमारी में। तेरी हाथ का मिठास अभी भी लगा हुआ है मेरे बालों के जड़ों में। तू वो सागर है जिनके तट में बिछा हुआ है अमनपसंद आंचल। तेरी आँखों में डूबा हुआ हूँ आज भी गूंथा हुआ हूँ तेरे दिल से।
RISHITA
17-Jan-2025 04:44 AM
v nice
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